माँ का आँगन: गाँव की सादगी और अपनापन की अनमोल कहानी

0

माँ का आँगन: गाँव की सादगी और अपनापन की अनमोल कहानी(Mothers Courtyard A Village Story):-

Mothers Courtyard A Village Story

गाँव का आँगन सिर्फ मिट्टी से बना कोई हिस्सा नहीं होता, बल्कि वहाँ पूरे घर की रौनक बसती है। सुबह से शाम तक आँगन में ही रिश्तों की गूँज, बच्चों की हँसी और माँ की पुकार सुनाई देती है। यही आँगन हर गाँव की पहचान होता है।

गाँव के छोटे से घर में सीता अपने तीन बच्चों के साथ रहती थी। उसका पति खेतों में काम करता और वह पूरे घर को संभालती। उसका आँगन हर सुबह सबसे पहले ताजगी से भर जाता। सीता रोज़ आँगन को गोबर से लिपाई करती और रंगोली बनाती। सूरज की पहली किरण जब उस रंगोली पर पड़ती, तो पूरा घर जैसे चमक उठता।

Mothers Courtyard A Village Story
Mothers Courtyard A Village Story

बच्चे खेलते-खेलते कभी मिट्टी में लोट जाते तो कभी पेड़ की डाल पर झूलने लगते। सीता उन्हें देखकर मुस्कुराती और कहती, “यही तो असली बचपन है, खुले आसमान के नीचे खेलना।” आँगन में लगी तुलसी के पास दीपक जलाना उसके दिन का सबसे प्यारा काम था।

गाँव में हर त्यौहार की शुरुआत भी इसी आँगन से होती। होली पर रंगों से आँगन भर जाता, दीपावली पर दीयों से और रक्षाबंधन पर भाई-बहन की हँसी से। आँगन ही वह जगह थी जहाँ पड़ोसनें भी आकर बातें करतीं और दुख-सुख बाँटतीं।

Mothers Courtyard A Village Story

एक बार गाँव में सूखा पड़ गया। खेतों में पानी की कमी से फसल खराब हो गई। लोग परेशान हो गए। सीता ने अपने आँगन को ही सबके लिए सहारा बना दिया। उसने मिट्टी का बड़ा चूल्हा बनाया और वहाँ पूरे गाँव की औरतें मिलकर खाना बनाने लगीं। बच्चे खेलते रहे, बड़े बातें करते रहे और सबने मिलकर मुश्किल समय काट लिया।

उस दिन सबने महसूस किया कि आँगन सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि जोड़ने वाला धागा है। सीता का आँगन पूरे गाँव के लिए घर जैसा बन गया।

शाम को जब सीता अपने आँगन में बैठी थी, बच्चों की हँसी और ढलते सूरज की लालिमा देखकर उसकी आँखों में संतोष था। उसने मन ही मन कहा, “यही सच्ची दौलत है – अपना आँगन, अपना परिवार और अपनों की खुशी।”

गाँव का आँगन, माँ की ममता और बच्चों की किलकारियाँ – यही तो असली जीवन है। इसमें न तो बनावट है और न दिखावा, बस सादगी और अपनापन है। और यही सादगी ही गाँव की असली ताक़त और सच्ची खुशी है।

#VillageLife #MothersCourtyard #RuralIndia #SimpleLiving #FamilyBond

MothersCourtyard, VillageLifeStory, RuralSimplicity, FamilyTogetherness, IndianVillageLife

Mothers Courtyard

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nineteen − 5 =