Happy Chhath Puja Status – Chhath Puja Wishes – Chhath Puja Shayari

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Happy Chhath Puja Status
Happy Chhath Puja Status

दूर कहीं से मधुर लोक गीत सुनाई पड़ रही थी, तो छठ के पावन पर्व की याद आई। हर जगह नदी और तालाबों की सफाई हो रही थी, तो छठ के पावन पर्व की याद आई। लोग बाजार से कई टोकरियां फलों के लिए जा रहे थे, तो छठ के पावन पर्व की याद आई। महिलाएं अपने अपने-अपने घरों की लिपाई कर रही थीं, तो छठ के पावन पर्व की याद आई। शहरों के लोग अपने-अपने गाँव चले जा रहे थे, तो छठ के पावन पर्व की याद आई। सूर्यास्त के वक्त लोग व्रतियों के पैर छू रहे थे, तो छठ में छुपे संस्कारों की याद आई। घर के सभी लोग एक साथ मिलकर छठ गीत गा रहे थे और प्रसाद बना रहे थे, तो छठ में परिवार की एकता की याद आई। और फिर छठ घाट पर सूर्य को अर्घ्य देते लोगों की भीड़ देखी, तो याद आया कि छठ सिर्फ़ एक पर्व नहीं, एक जश्न है त्योहारों का।

 

आया है भगवान सूर्य का रथ,

आज हे मनभावन सुनहरी छठ,

और मिले आपको सुख संपति अपार….

छठ की शुभकामनाये करे स्वीकार

 

सद्विचार, सदाचार, प्रेम और भक्ति,यही है सूर्य देव को, प्रसन्न करने की शक्ति,छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं

 

 

पहिले पहिल हम कईनी, छठी मईया व्रत तोहर.  करिहा क्षमा छठी मईया, भूल-चूक गलती हमार. सब के बलकवा के दिहा, छठी मईया ममता-दुलार.  पिया के सनईहा बनईहा, मईया दिहा सुख-सार. नारियल-केरवा घोउदवा, साजल नदिया किनार.  सुनिहा अरज छठी मईया, बढ़े कुल-परिवार. घाट सजेवली मनोहर, मईया तोरा भगती अपार. लिहिएं अरग हे मईया, दिहीं आशीष हजार. पहिले पहिल हम कईनी, छठी मईया व्रत तोहर. करिहा क्षमा छठी मईया, भूल-चूक गलती हमार.

 

 

सदा दूर रहो गम की परछाईयों से,

सामना न हो कभी तन्हाइयों से,

हर अरमान हर ख्वाब पूरा हो आपका,

यही दुआ है दिल की गहराइयों से,

छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ…!!

 

C = Chant
H = Heaven
H = Holy
A = Almighty
T = Together
H = Hallowed

P = Pious
U = Upbeat
J = Jubilation
A = Awesome,

Happy Chhath Puja.

 

आयेगी वो जब घाट पे “छठ पूजा” के लिए आपने माँ के साथ, हम भी कमबख्त उसे देखा करेंगे हाथ मे लिए अपने चाय के साथ!

 

 

छठ का है आज पावन दिन,

मिलकर मनाओ प्यारा त्यौहार,

आज करो सूर्य देव की पूजा!

हैप्पी छठ पूजा..!

 

जिंदगी की भागदौड़ तो कभी खत्म न होगी.. थोड़ा वक्त निकालते हैं.. छठ में इस बार गांव चलते है.. इस बार छठ अपने पूरे परिवार के साथ मनाते है..

 

 

सद्विचार, सदाचार, प्रेम और भक्ति,यही है सूर्य देव को, प्रसन्न करने की शक्ति,छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं

 

 

 

Happy CHHATH…… May the blessing of SUN god enlighten your life with a lot of happiness and sparkle the light of success in ur all’s life Wishing u happy happy chhath puja

 

 

निसर्ग को वंदन करें, मन में श्रद्धा और स्नेह भरें,

छठ पूजा के शुभ अवसर पर, आओ दिल से एक दुसरे को याद करें….

छठ पूजा की शुभकामनाएँ |

 

 

तेजी से छठ के गीत भी होली गीत बनने की राह पर हैं। पिछले दो साल से ट्राई मोड था कि छठ संगीत में छेड़छाड़ करने से, इसे स्त्री विरोधी कुख्यात गीतों के धुन में ले जाने पर भी विरोध होता है या नही? कहीं कोई विरोध नही हुआ। अब इस साल से छठ गीतों के बोल के साथ टेस्टिंग मोड शुरू हुआ है। बड़े कुख्यात गायकों-गायिकाओं ने इस साल छठ गीतों के बोल को द्विअर्थी-स्त्री विरोधी बनाना शुरू किया है।धीरे-धीरे।डीजे छठ गीतों के जरिए। इस साल भी अगर उन्हें बोल के प्रयोग में भी सफलता मिली,कहीं कोई विरोध न हुआ तो फिर अगले साल से छठ गीत तेजी से कुख्यात होली गीत बनने की राह पर बढ़ेंगे।

 

 

 

सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार, आने वाला हर दिन लाए खुशियां अपार, इस उम्मीद के साथ आओ भूल के सारे गम छठ पूजा 2020 को हमसब करें वेलकम

 

छठ पूजा के महापर्व पर छठ मां की जय हो,

धन-धन समृद्धि से भरा रहे घर,

हर कार्य में आप की विजय हो,

छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं….

 

 

छठ यानी की लोकआस्था, विश्वास और प्रकृति का महापर्व। मानव और प्रकृति के सहज सरल संवाद का प्रत्यक्ष और जयंत उदाहरण। धार्मिक परम्परा और जानकारी से इतर इसका वैज्ञानिक और व्यावहारिक महत्व भी बहुत बड़ा है। प्रत्यक्ष प्रमाणित सूर्यदेव से उपजी यह प्रकृति हीं जीवन का मुख्य आधार है। इसके साथ हीं मानव के स्थायित्व में नदियों का योगदान सर्वोपरि है और लोगों के जीवन-यापन में अद्वितीय रूप से इनकी भूमिका रही है। छठ पर्व है मानव को मिले जीवन की कृतज्ञता अर्पित करने का। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व की शुरुआत यूं तो 10 दिन पहले से हीं शुरू हो जाती है, और कार्तिक पूर्णिमा तक इसका उल्लास बना रहता है। नदियों में बारिश की वजह से भरा पानी जब सूरज की किरणों के तपिश से जब सामान्य और स्वच्छ हो जाता है तब इस त्योहार की सार्थकता स्वतः सिद्ध होती है। लहलहाती हुई फसलें जब मन आनंदित करती हैं तो पुरा समाज हीं आनंदित हो दृष्टिगोचर देव आदित्य को धन्यवाद देता है। छठ सिर्फ छठी तारीख ही नहीं अपितु छः ऋतुओं के साथ-साथ छः देव रूपी स्रोतों की भी आराधना और धन्यवाद ज्ञापन का सौभाग्य है। सूर्य, नदियाँ, गौ, अग्नि, अन्नपूर्णा और पृथ्वी(उपजाऊ मिट्टी) को धन्यवाद देता यह पर्व हमें प्रकृति से जुड़ने और इसकी महत्ता को समझने में अहम भूमिका अदा करता है। सूर्यास्त के समय में इसकी पूजा बारिश के होने और नदियों के फिर से सामान्य होने से लेकर उपजी हुई फसलों के आभार और ऋणी होने की परिचायक है तथा सूर्योदय की पूजा आने वाले फसलों को लेकर आशान्वित होने की कहानी बयां करती है। पुरातन काल से चली आ रही इस परंपरा को निभाने की जरूरत इसलिए भी जरूरी है ताकि स्वार्थी होती तथा प्रकृति से मुँह मोड़ती मानवता को वापस जड़ों से जोड़ा जा सके और मानव और प्रकृति का यह अनवरत अटूट नाता पहले से भी अधिक मजबूत और घनिष्ठता से निभाया जा सके। दारिद्रय्-दुःख दर्प द्वेष-दंभ, दूर्विकार का हो दमन, देश-द्वार, देव-द्विज, हो दिग्विजय दुर्ग-दर्शन।

 

 

खुशियों का त्योहार आया है, सूर्य देव से सब जगमगाया है…इन शुभ संदेशों के जरिए छठ पूजा की दें शुभकामनाएं

 

 

इस छठ पूजा में आपको प्यार मिले जहाँ का

ख़ुशी मिले संसार की,

और बादशाहत मिले ज़मीं के साथ साथ आसमान

की,

छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ…

 

 

छठ पे घर आ रहे है न?
छठ ही वो मौका है जब लाखों लोग अपने गांव घर की तरफ आते है। इन लोगों के कदम भर रखने से गांव-जवार खिल उठता है। खाली आंगन चहक उठता है। कभी-कभी तो लगता है कि छठ एक ऐसा मौका है जिसमें गांव की रौनक लौट आती है।

 

छठ पूजा आए बनकर उजाला,खुल जाये आप की किस्मत का ताला,हमेशा आप पर रहे मेहरबान ऊपर वाला,यही दुआ करता है आपका ये चाहने वाला।।छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं

 

छठ का मतलब है सूर्य की पूजा,

हम इसके ज़रिये भगवान सूर्य का

शुक्रिया मानते है,

छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ…..

 

 

छठ का आज है पावन त्योहार, सूरज की लाली माँ का हैं उपवास जल्दी से आओ अब करो न विचार छठ पूजा का खाने तुम प्रसाद छठ पूजा की शुभकामनाएं…

 

छठ हमारी परम्परा है और हम चाहे कहीं भी रहें अपनी संस्कृति और परंपरा को संजोए रखेंगे।
छठ के पावन अवसर पर एक अद्भुत गीत जरूर सुनें।

 

 

छठ क्या है? कोई बिहारी यह कैसे समझाए..? बस छठ छठ है.. सबकुछ है.. बचपन है.. मासूमियत है.. दादी है.. आँगन है.. सूर्य हैं.. छठ आते ही याद आता है अपना बिहार, अपनी जन्मभूमि, घर, आंगन, दालान, गांव की वो कच्ची सड़क, खेतो कि मिट्टी वाली पगडंडी, पोखरी, हाट-बाजार, छठ कि तैयारीयां, गांव-गलीयों-रास्तो-बाजारो कि सजावट, ठेकुआ-परुकिया कि खुशबू-स्वाद, रिश्तों का अपनापन, परदेश से अपनी जन्मभूमि आना, बड़े-छोटो कि हंसी-ठिठोलियां। नाजाने कब-कहां-कैसे छुट गया वो सब, शायद कहीं खो गया या भुल गया मैं? नहीं कुछ नहीं छुटा, कोई नहीं खोया कुछ नहीं भूला। बस जिंदगी कि भाग-दौड़ मे चलते-चलते थोड़ा दूर आ गया हूं। लेकिन एक दिन लौटुंगा वहां, ये मेरा वादा है, अपने गांव-घर-आंगन से।

 

 

आने को है छठ यहाँ पर चिलचिलाती धूप ना गुजरी यादों की गठरी से आज इक समय की याद है छलकी बात यह है सालों पुरानी छठ के पवित्रता की निशानी साम के अर्घ के बाद की यह है कहानी पहले तो सुबह सुबह ३ बजे हीं उठते थे। सुबह घाट पर जाने को रात को जल्दी सोते थे ठंडी ठंडी मौसम थी ठंडी ठंडी नदी का पानी गुप अंधेरी सुबह थी पटाखो की गूंज थी नये नये थे कपड़े हमारे तभी स्वेटर ना पहनने की थी जिद या थी खुमारी पैदल हीं खाली पैर घाट की ओर लपकते थे ना अब उस घाट का चक्कर रहा ना पहले जैसा रहा माहौल ना ही मिलेगी हमे यहाँ छुट्टी ना जा पाएंगे हम अपने घर बस उन्ही गठरी को खोल खोल जीते रहेंगे वो बीते पल ।।

 

 

छठ का आज हैं पावन त्यौहार,

सूरज की लाली माँ का हैं उपवास,

जल्दी से आओ अब करो न विचार,

छठ पूजा का खाने तुम प्रसाद,

छठ पूजा की शुभकामनाए…!

 

 

क्या होते होंगे अब भी वैसे दूल्हा जो छठ के लिए घर लौटते हुए, अपनी कनिया के लिए पटना से लहठी और सेनुर ले कर लौटते होंगे?
जिनको रास्ते पर कपड़िया दिखता होगा तो पीला गोटपन्नी वाला साड़ी भी ख़रीद कर रख लेते होंगे अपनी दुल्हींन के लिए.
ये सोचते हुए कि जाएँगे तो देहरी पर बैठी पऊआँ को अलता से रंगते हुए दिखेगी उनको उनकी कनिया. जो देखते ही लजा कर भाग जाएगी कोनीया घर में. फिर झाँक कर फिर ताकेगी परदे की ओट से अम्मा से बतियाते अपने दूल्हा अपने महबूब को चोर नज़रों से.
और जैसे ही नज़र टकराएगी उनसे झट से फिर छिप जाएगी परदे की पीछे.
वहीं परदे के पीछे एक आम वाला खंभा होगा जिस पर टंगा होगा एक छोटा कोने से टूटा आइना और टपकी हुई सूखी बूँदें गुज़रे बरसात की. जिसे अँचरा के कोर से अभी साफ़ कर टेढ़ी टिकूलि को सीधा कर यूँ देख रही होगी मानों महबूब देख रहे हों.
क्या लौटते होंगे अब भी दूल्हा अपनी दुल्हीन से मिलने के लिए अपने गाँव अपने घर को छठ में!

 

छठ पूजा आए बनकर उजाला,खुल जाये आप की किस्मत का ताला,हमेशा आप पर रहे मेहरबान ऊपर वाला,यही दुआ करता है आपका ये चाहने वाला।।छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं

 

 

Ye puja apne ap me ek mahanta hai. I love this puja.main is puja ke liye intejer karta hu.sab Koi ye puja karte hai.ye puja sukla sasthi ki shaam ko aur sukla saptami ki suvha ko ye puja aur v khub lagta hai.

 

 

Shuddh mati se bane, chule pe pakte wo pakwan. Gehu ko chhat pe sukhane se lekr bazar k anek kaam bacho ki kilkariya… Dur seher se aane wale, bete ka intzar…… Yahi tho gai Chhath ka tyohar naye naye rango se, ranga hua ghar dwaar. Naya dhan, kud fand dudh,gur tatka pakwan. Chhath mane, thekuaa,singhara,makhana. Chhath mane, sharda sinha ji ka gana. Bacho ki razai me, dher sari kahani. Der raat bateyati, maa, mausi aur mami. Chhath mane, diwali k phatake bachana. Chhath mane, ugta suraj dekh ganga nahana. Chhath ek tyohar nahi, chhath ek bhawana hai.. ☀️🙏🙏🙏🙏☀️

 

 

रिश्तों का महापर्व है ये एक अजीब सी डोर खींचती है अपनों को जब घर के आंगन में आस्था के फूल खिलते हैं। चार पैसे कमाने गया शहर सब छोड़के आ जाता है भूल के दुख, हजारों दर्द भक्ति की धुन में रम जाता है। चार दिनों का मेला यह घर-घर में सजता है जहां खाने को रोटी नहीं वहां भी घी के दीये जलता है। छठ पूजा की महिमा अपरम्पार है सदियों से आंखों में अपनापन की लौ जल रही है दौड़ियों से। प्यार है ये, पर्व है ये रिश्तों का महापर्व है ये खत्म न हो इसकी महक कभी मिट्टी का अटूट कर्ज है |

 

 

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