Choli Ha Ki Almari Lyrics | Bhojpuri Holi Song 2024

0

Choli Ha Ki Almari Lyrics| Bhojpuri Holi Song 2024

Choli Ha Ki Almari:- आपको इस ब्लॉग पोस्ट में “चोली ह की अलमारी” गाने के शब्दों का मतलब और अर्थ जानने को मिलेगा।

Choli Ha Ki Almari Lyrics

देहियाँ निरेखे में आगे बाड़
बाराबादे बाड़
झूठे बनत सीधे साधे बाड़
बोलत जादे बाड़…
दहिने मोबाइल बाए चाभी का गुच्छा
देख लिया डलते तबे न तोहसे पूछा
सम्हरेला चीज कइसे भारी रे भउजी
साँच पुछाला प देलु गारी ए भउजी
चोली ह की अलमारी रे भउजी…
काँचा बाड़ बाचा तनी होस में रह
अइसे जन फगुनावाँ के जोश में रह
बाटे छोट आँटे चीझ कईसे बड़े
कोरस, इहे बात ना हमनी के पल्ले पड़े
बनेलु हद संस्कारी रे भउजी, साँच…
मंजी मीत रितेश ना बावाल करे के
काहाँ सिखल अटपट सावाल करे के
देहियाँ अउजे ना का भउजी
ओभर वेट से…
कोरस, लउके पईसा वाला बेग चइना गेट से
बुरे हैं आदत तुम्हारी रे भउजी
साँच पुछाला प देलु गारी ए भउजी
चोली ह की अलमारी रे भउजी..

Choli Ha Ki Almari Lyrics

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

14 + two =