Dehi Dauri Ka Dela Lyrics | Bhojpuri Song 2024
Dehi Dauri Ka Dela Lyrics:- आपको इस ब्लॉग पोस्ट में “देही के दंउरी कदेल” गाने के शब्दों का मतलब और अर्थ जानने को मिलेगा।
कावना दरद मे तु बारू तु धन हो
राखत नईखु मरद के मन हो
आरे छुवे ना देलु तु काहे बदन हो
भईया के जातटे जिउआ छछन हो
हमार किरिया बा आवा ना भिरीया
त्रिया चरितर ना रानी खेला
राती के राती के दुख बरी देला
देहि हामार दउरी क देला
राती के दुख बरी देला
देहि हामार दउरी क देला
रही मेहर जेकर पासे नु हो
रही मरद काहे उपासे नु हो
तोहर रहन नही तनिको सोहाला पिया
पर गईल कमरिया मे छाला पिया
अईसन झमेला त रोजे नु होला
मरद खातिर तनी दरद झेला
राती के राती के दुख बरी देला
देहि हामार दउरी क देला
राती के दुख बरी देला
देहि हामार दउरी क देला
जब प्यारे के फूलवा खिला जाई हो
भउजी अंगने मे सोहर गावा जाई हो
अब राउर कहल नाही करम पिया
बॉस औरि दरद नाही साहब पिया
सुना ऐ धन तनी कोरवा मे आजा
अंकुश राजा से मजा लेला
राती के राती के दुख बरी देला
देहि हामार दउरी क देला
राती के दुख बरी देला
देहि हामार दउरी क देला