Gagari Rakesh Mishra Lyrics | Bhojpuri Song 2024
Gagari Rakesh Mishra Lyrics:- आपको इस ब्लॉग पोस्ट में “गगरी” गाने के शब्दों का मतलब और अर्थ जानने को मिलेगा।
का राखल बाटे हो पालकी के साग मे
मज़ा जे चाही ता आवा मारा बाग मे
ऐ का राखल बाटे हो पालकी के साग मे
मज़ा जे चाही ता आवा मोरा बाग मे
तहरा के मिली विटामिन हो सगरी विटामिन हो सगरी
ठोपे ठोपे ठोपे ठोपे हमके पियाईदा ना हो
तनी रसवा के गगरी
ठोपे ठोपे हमके पियाईदा ना हो
तनी रसवा के गगरी
आरे ठोपे ठोपे हमके पियाईदा ना हो
तनी रसवा के गगरी
अंजुरी से पियाब की लोटा से पियाब
बाटे गारंटी कि सौ साल जियाब
हो छूटे जियाब जवानी बस बनल रहे
हई देहीया बुरहवती ले तनल रहे
खाईला करा राजा हो मुर्गा के टंगरी
हो मुर्गा के टंगरी
ठोपे ठोपे ठोपे ठोपे हमके पियाईदा ना हो
तनी रसवा के गगरी
ठोपे ठोपे हमके पियाईदा ना हो
तनी रसवा के गगरी
आरे ठोपे ठोपे हमके पियाईदा ना हो
तनी रसवा के गगरी
तोहरे लवा केहु आजु बाजु भटकी
बुझला की चट से चटक जाई मटकी
खाली राकेश आजाद के पियाइह गोरी
ना विशाल ना अमित पा चुआईह गोरी
आव ना बस जा मोहब्बत के नगरी
मोहब्बत नगरी
ठोपे ठोपे ठोपे ठोपे हमके पियाईदा ना हो
तनी रसवा के गगरी
ठोपे ठोपे हमके पियाईदा ना हो
तनी रसवा के गगरी
आरे ठोपे ठोपे हमके पियाईदा ना हो
तनी रसवा के गगरी